फ्रंट पेज न्यूज, डिजिटल डेस्कः हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार होलिका दहन का उत्सव फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा 7 मार्च, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। इसके अगले दिन धूम-धाम से रंगों का पर्व धुलंडी मनाया जाएगा। होली खेलने के लिए सभी रंगों का अपना-अपना महत्व है। ज्योतिष की दृष्टि से देखें तो कई रंग हमारे लिए बहुत भाग्यशाली होते हैं तो वहीं कई रंग हमारे लिए परेशानी का कारण बनते हैं। होली खेलते समय यदि आप अपनी राशि के अनुसार रंगों का सही चुनाव करते हैं तो इससे आप खुद को और अपने परिवार को स्वस्थ, खुशहाल और नकारत्मकता से दूर रख सकते है।

मेष और वृश्चिक राशि
इन दोनों राशियों के स्वामी मंगल हैं। अतः इन राशि के जातकों के लिए होली में  लाल,पीले,गुलाबी और केसरिया रंग का इस्तेमाल करना अच्छा रहेगा। ऐसा करने से आपको मानसिक शांति मिलेगी एवं पति-पत्नी के बीच संबंध भी मधुर बनेंगे। लेकिन काले एवं भूरे रंग से दूरी बनाकर रखना बेहतर होगा।
वृषभ और तुला राशि
इन दोनों राशियों के स्वामी शुक्र हैं। जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह की प्रसन्नता के लिए इस राशि के जातकों  को सफेद,हरा,फिरोजी या सिल्वर रंग के रंगों का प्रयोग होली खेलने में करना लाभकारी होगा। ऐसा करने से आपको गहरी नींद आएगी,आराम मिलेगा एवं साथ ही अपने कार्यक्षेत्र में खूब सफलता भी मिलेगी। ये रंग सकारात्मकता का प्रतीक माने जाते हैं।
मिथुन और कन्या राशि
इन दोनों राशियों के स्वामी बुध है अतः जन्म कुंडली में बुध के अशुभ प्रभाव को कम करके शुभता में  वृद्धि के लिए इन राशि वाले जातकों को हरा,नीला,जामुनी व सी ग्रीन कलर का इस्तेमाल होली खेलने में करना शुभ रहेगा। ऐसा करने से आपके जीवन में नई ऊर्जा शक्ति का विकास होगा। पति-पत्नी का दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा,तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे।
कर्क राशि
इस राशि के स्वामी चंद्रमा है। चंद्रमा की प्रसन्नता के लिए कर्क राशि के जातकों को अपनी राशि के अनुसार सफ़ेद,गुलाबी,क्रीम,लाल या सैफ्रॉन कलर का उपयोग करना श्रेष्ठ रहेगा। ऐसा करने से आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी,सुख-चैन की नींद के साथ आपको करियर में नई ऊंचाइयां प्राप्त होंगी।

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